शनि साढ़े साती और ढैय्या, शनि के कुदृष्टि से बचने के लिए कराए, शनिदेव प्रतिमा के ऊपर तेल अभिषेक
तेलाभिषेक के लाभ
- शनि ढैय्या और शनि की साढ़े साती से छुटकारा |
- अष्टम शनि और महादशा से लाभ |
- बार बार होने वाली आकस्मिक दुर्घटना से बचाव |
- गृह कलेश से मुक्ति |
- व्यापर तथा नौकरी सम्बंधित परेशानिओ से निजात |
- आसाद्य रोग व्याधि से छुटकारा |
Vedictemplepuja.com की तरफ से प्रत्येक शनिवार एवं विशेष तिथियों में शनि सिंगणापुर में तेलाभिषेक की व्यवस्ता की गयी है सिंगणापुर में पूजा के दिन पंडित जी के द्वारा संकल्प लिया जायेगा और आपको प्रसाद उपलब्ध किया जायेगा|
प्रसाद
- शनि जी का मन्त्रित धागा
- शनि जी का छल्ला
- शनि यन्त्र और शनि चालीसा की पुस्तक
शनि तेलाभिषेक
पुराणों में शनि की प्रतिमा के ऊपर तेल चढ़ाने की कथा काफी प्रचलित है जब श्री राम भक्त हनुमान जी पूछ में रावण ने अग्नि संजोग किया था और रावण ने पहले से जो ग्रह को अपने बल पर बंदी बना दिया था| और शनि महाराज को उल्टा लटका दिया था |
उल्टा लटका होने के कारण उनके शरीर की पीड़ा को लाभ पहुंचाने के लिए हनुमान जी ने उनके शरीर में तेल की मालिश की थी | तभी शनि जी प्रसन्न होकर बोले जो इंसान पूरी श्रद्धा और भक्ति से मुझ पर तेल चढ़ाएगा उसे सारी समस्याओ से मुक्ति मिलेगी तभी से शनि देव पर तेलाभिषेक करने की परंपरा शुरू हो गयी थी | भारत वर्ष में महाराष्ट्र राज्य में स्थित शनि सिंगणापुर में युगो युगो से शनि प्रतिमा पर तेल चढ़ाने की परम्परा प्रचलित है |